Last updated on September 20th, 2024 at 01:02 am
Mutual Fund : म्यूच्यूअल फण्ड यदि किसी व्यक्ति को करोड़पति बनना है तो इसके लिए उसे निवेश करना पड़ेगा। अब मन में एक प्रश्न उठता है कि निवेश कहां किया जाए ?किस क्षेत्र में किया जाए? जिससे रिस्क कम हो लाभ ज्यादा हो। मैं बात कर रहा हूं म्यूच्यूअल फंड की जिसमें आप छोटी-छोटी पूंजी को निवेश करके दीर्घकाल के लिए एक लंबी पूंजी अर्जित कर सकते हैं। इसमें जैसे-जैसे समय बीतता जाएगा आपके द्वारा किया गया निवेश में भी इजाफा होता जाएगा। सन 1964 में एक व्यक्ति ने म्यूचुअल फंड में निवेश किया था ₹10000 और जब उस व्यक्ति ने 2020 किए गए ₹10000 का इजाफा देखा तो मूल्य 800 करोड़ पर हो गया था ।करोड़पति बनना है तो म्यूच्यूअल फंड से अच्छा कुछ नहीं हो सकता है। बशर्ते आप को ध्यान रखना होगा क्योंकि म्यूच्यूअल फंड अल्पकाल के लिए नहीं होता है यह दीर्घकाल के लिए होता है। म्यूच्यूअल फंड की एक विशेष बात यह है कि छोटे इन्वेस्टर से लेकर बड़े इन्वेस्टर तक इसमें निवेश कर सकते हैं तो आइए सबसे पहले जानते हैं कि म्यूच्यूअल फंड क्या होता है।
Mutual Fund म्यूच्यूअल फंड क्या होता है?
म्यूच्यूअल फंड का सीधा सा मतलब होता है निवेश करने वाले व्यक्तियों का ऐसा समूह जो कई लोगों से एकत्र किए गए पैसे को सिक्योरिटी और बांड में इन्वेस्टमेंट करते हैं ।यह निवेश शार्ट टर्म के लिए भी हो सकता है और लॉन्ग टर्म के लिए भी हो सकता है ।म्यूच्यूअल फंड का प्रबंधन ऐसेट मैनेजमेंट कंपनी करती है अर्थात म्यूचुअल फंड में निवेशक को लाभ कितना परसेंटेज हो रहा है और हानि कितना परसेंटेज हो रहा है इन सब के विषय में ऐसेट मैनेजमेंट कंपनी बैलेंस शीट को तैयार करती है। इसे एक उदाहरण के माध्यम से समझते हैं कि जैसे मान लीजिए की रिंकू नाम की एक व्यक्ति को ₹500 म्यूचुअल फंड में निवेश करना है ।रिंकू ने सिस्टमेंटिक इन्वेस्टमेंट प्लान का विकल्प चुना और उसने इसी कंपनी में ₹500 लगा दिया। अब उस ₹500 को निवेशक अलग-अलग कंपनी जैसे विप्रो ,इंफोसिस रिलायंस इंडस्ट्रीज और टीसीएस जैसी कंपनी में इन्वेस्टमेंट करते हैं। इन्वेस्टमेंट करते समय यह ध्यान रखा जाता है कि यदि एक कंपनी में हानि हो रही है तो दूसरे कंपनी में लाभ हो जाए ।जिससे निवेशक करने के लिए प्रोत्साहित हो न कि हतोत्साहित हो जाए।
Mutual Fund म्यूचुअल फंड में इन्वेस्टमेंट करने की आवश्यकता क्यों होती है
म्यूचुअल फंड में इन्वेस्टमेंट करने कि आवश्यकता इसलिए पड़ती है कम पैसा लगाकर अधिक लाभ कमा सकते हैं । आने वाले भविष्य को उज्जवल कर सके। जिससे उनके बच्चे अच्छे स्कूल में पढ़ सके । वृद्धावस्था में अच्छी मेडिकल सुविधा प्राप्त कर सकें ।अपने बच्चों की शादी एक अच्छे घर में कर सके ।ध्यान देने योग्य बात यह है कि म्यूच्यूअल फंड में निवेश करने के लिए आपको यह सोचना नहीं पड़ता है कि किस कंपनी में निवेश करें की और किस कम्पनी में नही। किस कंपनी का शेयर मार्केट भविष्य में गिरेगा किस कंपनी का नहीं गिरेगा ।किस कंपनी के शेयर में वृद्धि होगा जो आदि प्रश्न आपके मन में उठते हैं उसके लिए आपको चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। जो निवेशक होते हैं वह आपको पैसे को एक अच्छी कंपनी में दीर्घकालिक हित के लिए इन्वेस्टमेंट करते हैं ।जिससे उनको लाभ हो सके जिसमें आपको भी लाभ प्राप्त हो सके। इसलिए कई कंपनियां म्यूचुअल फंड में रजिस्टर होती हैं ।और उन कंपनियों में निवेशक इन्वेस्टमेंट करते हैं। बस आपको रकम दे देना है और उसके बाद समय-समय पर म्यूच्यूअल फंड ऐप को ओपन करके देखना है कि कितनी वृद्धि हो रही है।
Mutual Fund म्यूच्यूअल फंड का इतिहास क्या है?
भारत में म्यूचुअल फंड की शुरुआत सन 1964 के मानी जाती है। भारत का पहला म्यूच्यूअल फंड सरकार के स्वामित्व वाली थी ।जिसका नाम था यूनिट ट्रस्ट ऑफ इंडिया। यूनिट ट्रस्ट ऑफ इंडिया यूनिट ट्रस्ट आफ इंडिया एक्ट 1964 के अनुसार अनुशासित होता है ।ध्यान देने योग्य बात क्या है कि 1993 में सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया के माध्यम से म्यूच्यूअल फंड का रेगुलेशन किया जा रहा है।
सम्पत्ति के आधार पर म्यूच्यूअल फंड कितने प्रकार का होता है
(1)डेट फण्ड
डेट फंड एक ऐसा फंड होता है ।जिसमें यह सुनिश्चित रहता है कि आपको हर महीने कितना रिटर्न मिलेगा ।डेट फंड हर महीने रिटर्न्स को सुनिश्चित करने के लिए कमर्शियल पेपर और साथ ही साथ बॉन्ड में निवेश करता है।
(2)गिल्ट फण्ड
गिल्ट फण्ड के माध्यम से निवेशक सिर्फ सरकारी प्रतिभूति में ही निवेश करते हैं ।इसका कारण है कि सरकारी प्रतिभूति में निवेश करने से हानि का जोखिम कम रहता है।
(3)लिक्विड फण्ड
लिक्विड फंड डेट फंड की तरह ही होता है। जिसमें पैसे कभी भी रिडीम कराए जा सकते हैं ।रिडीम किए गए पैसे 24 घंटे के अंदर आपके अकाउंट में आ जाएंगे इसमे जोखिम ना के बराबर है। लिक्विड फंड की मेच्योरिटी पीरियड 91 दिन की होती है।
(4) इक्विटी फण्ड
इक्विटी फंड में निवेशक ज्यादा निवेश करते हैं क्योंकि इसमें रिटर्न में ज्यादा होता है रिस्क भी ज्यादा होता है।
म्यूचुअल फंड में निवेश करने से लाभ क्या होता है?
(1)रिस्क कम रहता है
म्यूचुअल फंड में इन्वेस्टमेंट करने से रिस्क कम रहता है क्योंकि इसमें अप्रत्यक्ष रूप से निवेश नहीं करते हैं आपका पैसा कोई इन्वेस्टर किसी कंपनी में लगाता है जिसमें हानि कम हो क्योंकि इन्वेस्टर को कंपनी के भविष्य और वर्तमान और अतीत के विषय में जानकारी रहती है। इससे यह अंदाजा लगाया सकता है कि भविष्य में इस कंपनी के शेयर में वृद्धि हो सकती है।
(2) भरोसेमंद
म्यूच्यूअल फंड भरोसेमंद होता है इसमें निवेश करना क्योंकि जो आपका पैसा निवेश किया जाता है। उसमें कोई धांधली नहीं हो सकती है ।और आपको उचित रिटर्न के साथ लौटाया जाएगा।
(3) कम पूंजी की आवश्यकता
म्यूचुअल फंड में छोटा सा छोटा निवेशक भी निवेश कर सकता ।है इसमें यह निर्धारित नहीं किया गया है कि न्यूनतम पूंजी कितनी होनी चाहिए कि आप कितना ही निवेश कर सकते हैं।
(4) लाभ ज्यादा है
म्यूच्यूअल फंड में निवेश करने से लाभ ज्यादा मिलता है इसका कारण है इसकी विश्वसनीयता। अधिकतर निवेदक इसीलिए निवेश करते हैं क्योंकि म्यूच्यूअल फंड में जोखिम नहीं रहता है जब जोखिम नहीं रहता है निवेश करने में कोई रिस्क भी नहीं है।
म्यूच्यूअल फंड में निवेश कैसे करें?
म्यूचुअल फंड में दो प्रकार से निवेश किया जा सकता है।
(1)सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान
इसमें निवेश करने के लिए आप हर महीने न्यूनतम राशि को निर्धारित करके निवेश कर सकते हैं। यह दीर्घकालिक निवेश है। यदि आपको सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान में निवेश करना है। तब आप फोन पे और पेटीएम और साथ ही साथ गूगल पे के माध्यम से सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान में निवेश कर सकते हैं ।इसके अलावा आप ग्रो ऐप के माध्यम से भी निवेश कर सकते हैं।
(2) एकमुश्त
इसके माध्यम से आप एक लंबी राशि को निवेश कर सकते हैं। इसमें रिस्क ज्यादा है ।क्योंकि आप इसमें एक ही बार में ₹10000 निवेश कर देते हैं ।उदाहरण के तौर पर जैसे मान लीजिए सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान के तहत एक व्यक्ति को हर महीने ₹500 जमा करना है और ऐसा करके वह साल में ₹6000 जमा करता है ।और 2 साल में ₹12000 ।लेकिन एकमुश्त में एक ही बार में ₹10000 निवेश कर देता है। यदि शेयर मार्केट में गिरावट होता है तो इससे एकाएक ₹10000 का नुकसान हो सकता है ।लेकिन सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान के तहत ऐसा नहीं होता है क्योंकि यह आपको हानि होगी तो कम पैसे की हानि होगी।
Faqs
(1) सबसे अच्छा म्यूच्यूअल फंड कौन है निवेश के दृष्टिकोण से
अच्छा म्यूच्यूअल फंड का नाम कोटक महिंद्रा ब्लूचिप है यदि आप इसमें निवेश करते हैं तब आपको अच्छे रिटर्न मिल सकती है।
(2) सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान के तहत खाता खोलते समय लगने वाला डॉक्यूमेंट कौन-कौन सा है
सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान के तहत लगने वाला डॉक्यूमेंट आधार कार्ड और पैन कार्ड और साथ ही साथ 2 महीने के बैंक का स्टेटमेंट और गैस का बिल और इलेक्ट्रिसिटी का बिल।
(3) भारत का सबसे बड़ा म्यूच्यूअल फंड कौन सा है?
भारत का सबसे बड़ा म्यूच्यूअल फंड का नाम यूनिट ट्रस्ट आफ इंडिया।
(4) म्यूच्यूअल फंड को रेगुलेट कौन करता है?
म्यूच्यूअल फंड को रेगुलेट सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड आफ इंडिया करता है।

हेलो दोस्तों ! मैं विपिन जैसवार हूं, मैं टेक्नोलॉजी उत्साही, कंटेंट क्रियेटर और भावुक ब्लॉगर हूं और वर्तमान में बीसीए Bachelor of Computer Application (BCA>MCA) at MGKVP (Varanasi) का अध्ययन कर रहा हूं और 9 साल की विशेषज्ञता के साथ गुणवत्तापूर्ण कंटेंट बनाने का शौक रखता हूं जो दर्शकों को पसंद आए। ज्ञान की शक्ति की खोज में मेरी यात्रा में मेरे साथ आएं, उपयोगी अंतर्दृष्टि के लिए मेरा अनुसरण करें! Thank You.